Agriculture News :महाराष्ट्र के गन्ना किसानों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आ रही है. दरअसल, पिछले कुछ दिनों से किसान सरकार से गन्ने को एक निश्चित मात्रा में एफआरपी देने की मांग कर रहे हैं. कई राजनीतिक दलों जैसे स्वाभिमानी शेतकर संगठन के साथ-साथ किसान संगठनों द्वारा भी आंदोलन जारी था। इसमें किसान भी शामिल थे।
किसानों के बढ़ते गुस्से को देखते हुए नई शिंदे-फडणवीस सरकार ने कल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ गन्ना किसानों की बैठक में किसानों को एकमुश्त एफआरपी देने का बड़ा फैसला लिया है.
साथ ही इस मौके पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री के साथ-साथ मौजूदा उपमुख्यमंत्री और ऊर्जा मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि सरकार ने सौर ऊर्जा पर कृषि फीडर बनाने के लिए एक बड़ी परियोजना हाथ में ली है ताकि बलीराजा को बिजली मिले।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार गन्ना उत्पादकों की मांग के प्रति सकारात्मक है और सरकार ने एकमुश्त एफआरपी देने का निर्णय लिया है. उन्होंने इस बैठक में इस बात का भी जिक्र किया कि सरकार दोनों चीनी मिलों के बीच हवाई दूरी को लेकर सकारात्मक फैसला लेने को तैयार है.
कटाई और परिवहन के लिए मानदंड तय किए जाने हैं।साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी आदेश दिया कि अगले सीजन से चीनी मिलों में डिजिटल तौल कांटा शुरू किया जाए. इस बैठक में शिंदे ने गन्ना ट्रांसपोर्टरों की समस्याओं को लेकर गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र भेजने के निर्देश दिए.
निश्चित तौर पर कल हुई बैठक में पिछले कुछ दिनों से चल रहे एफआरपी के मुद्दे का समाधान हो गया है. जाहिर है इससे किसानों के चेहरों पर संतोष के भाव हैं।