Pik Vima Nuksan Bharpai : प्रकृति की मार से किसान भाइयों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है| ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुकसान को कवर करने के लिए किसानों के लिए फसल बीमा एक लाभकारी विकल्प है।
इस साल भी लाखों किसानों ने खरीफ सीजन में फसल बीमा कराया था। खरीपत में बारिश की लहर से किसानों को भारी नुकसान हुआ है| परिणामस्वरूप, संबंधित फसल बीमा कंपनियों द्वारा किसानों को मुआवजे का भुगतान किया जा रहा है।
हालांकि कई जगह मुआवजा बहुत कम होने के कारण कई जगहों पर किसानों में फसल बीमा कंपनियों के खिलाफ रोष था। इस बीच परभणी जिले से एक राहत भरी खबर सामने आई है। जिले में स्थानीय प्राकृतिक आपदा जोखिम के तहत नौ तालुकाओं में 3 लाख 49 हजार 187 किसानों को 86 करोड़ 54 लाख 78 हजार 718 रुपये की राशि का वितरण किया गया है।
लिहाजा किसानों को राहत मिली है। फसल बीमा मुआवजा दिलाने के लिए परभणी जिले के किसानों ने बीमा कंपनी को चार लाख 90 हजार 486 की अग्रिम सूचना भेजी थी। 3 लाख 49 हजार 187 किसानों को मुआवजे के रूप में 86 करोड़ 54 लाख 78 हजार 718 रुपये की राशि स्वीकृत की गई।
अब यह राशि संबंधित किसान भाइयों के बैंक खाते में जमा करा दी गई है। पूर्व में परभणी जिले के 73 हजार 835 किसानों को प्रतिकूल मध्य-मौसम परिस्थितियों में 40 करोड़ 72 लाख 70 हजार 940 रुपये की राशि स्वीकृत की गई थी|
बेशक अब तक परभणी जिले के किसानों को 127 करोड़ से अधिक फसल बीमा मुआवजा स्वीकृत किया जा चुका है। इस बीच, परभणी जिले के किसानों को फसल कटाई के बाद के नुकसान के तहत अभी भी फसल बीमा मुआवजा स्वीकृत किए जाने की संभावना है। निश्चित रूप से इससे फसल बीमा कराने वाले किसानों को राहत मिली है।