Onion Rate : प्याज महाराष्ट्र के सभी जिलों में उत्पादित एक प्रमुख नकदी फसल है। हालाँकि इस फसल की खेती ज्यादातर पश्चिमी महाराष्ट्र में की जाती है, लेकिन राज्य के लगभग सभी हिस्सों में इसकी खेती की जाती है।
हम स्पष्ट रूप से देख सकते हैं कि राज्य के सभी किसान इस नकदी फसल, प्याज पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। लेकिन इस साल प्याज ने किसानों के लिए अच्छा काम किया है। इस साल प्याज की कीमतों पर दबाव है। अप्रैल के महीने में उत्पादित रबी सीजन का प्याज शुरू में औने-पौने दामों पर बेचा जाता था।
इसलिए किसानों ने स्टॉक कर लिया। किसानों को उम्मीद थी कि भविष्य में उन्हें अच्छी कीमत मिलेगी। लेकिन अक्टूबर माह तक किसानों की यह उम्मीद विफल हो गई। नतीजा यह हुआ कि प्याज की चाली में रखे ज्यादातर प्याज खराब हो गए। इस बीच अक्टूबर महीने से प्याज की कीमत में इजाफा हुआ।
नवंबर के पहले पखवाड़े में प्याज रिकॉर्ड भाव पर बिका। लेकिन अब पिछले दस से 12 दिनों से कीमत में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है| 15 नवंबर तक 3,000 रुपये प्रति क्विंटल पर बिकने वाला प्याज अब 1,500 रुपये प्रति क्विंटल पर बिक रहा है| आज भी प्याज का औसत बाजार भाव करीब 1500 रुपए प्रति क्विंटल है।
ऐसे में हालांकि पिंपलगांव एपीएमसी में प्याज की रिकॉर्ड कीमत मिल रही है| पिंपलगांव एपीएमसी में पोल कंड्या को रिकॉर्ड 3400 रुपये प्रति क्विंटल मिल रहा है तो किसानों के चेहरे पर संतोष नजर आ रहा है| पिंपलगांव एपीएमसी में आज हुई नीलामी में 1460 क्विंटल पोल कंड्या प्राप्त हुई।
इस एपीएमसी में आज हुई नीलामी में प्याज का न्यूनतम भाव 500 रुपये प्रति क्विंटल और अधिकतम भाव 3400 रुपये प्रति क्विंटल मिला| साथ ही औसत बाजार भाव 2700 रुपए प्रति क्विंटल सैंपल रहा है।
निश्चित रूप से इस एपीएमसी में नया पोल कांडा अधिक कीमत पर बिक रहा है। लेकिन गर्मी का प्याज बेहद औने-पौने दाम पर बिक रहा है| इससे जाहिर तौर पर किसानों में असंतोष है।